Ekta Singh

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प्रेम जाल




शेरी की बात सुन नम्रता चिढ़ गई। लेकिन फिर भी वह खुद को सामान्य बनाए रखती है। उधर ही चुप होकर बैठ जाती है। 

नम्रता- चल खड़ी हो। यहाँ के फेमस मुमोज खाते है।
शेरी नॉर्मल हो जाती है क्योंकि मुमोज तो उसके फेवरेट थे।दोनों चल देती हैं। सी-सी करती हुई मुमोज का मज़ा लेती है।

शेरी - दीदी चलो कुल्फी खाए?? बहुत मिर्ची लग रही है।
नम्रता- बहुत तीखे है तेरी तरह (दोनों हंसती हुई) कुल्फी खाने चल देती हैं।

नम्रता-अब ठीक है? 

शेरी-सही में दीदी अब कुछ मिर्ची कम हुई। 

नम्रता-चल बहन अब डॉ को भी देख ले। 
शेरी-अभी भी आप की गाड़ी उधर अटकी पडी।

नम्रता-फिर चल ना।

आखिरकार शेरी मान जाती हैं, दोनों डॉक्टर के पास चल देती हैं। 

दोनों बहने रिसेप्शन पर रुक जाती हैं।
नम्रता-अपॉइंटमेंट लेनी है?
रिसेप्शनिस्ट-मैम किसके नाम से लेनी है?
नम्रता- शेरी 
रिसेप्शनिस्ट-मैम आपको अभी आधा घंटा इंतजार करना पड़ेगा।

(आधा घंटे बाद)

 रिसेप्शनिस्ट -शेरी आपका नंबर आ गया है।
दोनों बहने  डॉक्टर के रूम में जाती हैं।

डॉक्टर शेरी की सारी रिपोर्ट चेक करता है। और शेरी से बहुत देर तक बात करता रहता है। फिर शेरी को बाहर भेज देता है।

 नम्रता को वहीं रुकने के लिए कहता है। नम्रता से उसकी पुरानी हिस्ट्री पूछता है।

डॉक्टर-शेरी ठीक हो जाएगी, लेकिन उसे अभी काफी टाइम लगेगा। उसकी सारी दवाइयां बदलनी पड़ेगी। मैं शेरी  को अप्वाइंटमेंट अगले महीने की दे रहा हूँ। 

नम्रता- थैंक यू सो मच

मेडिसन खरीद कर दोनों मेट्रो से निकल जाती हैं।

एक घंटे मेट्रो का सफ़र तय करने के बाद बस लेती हैं। दोनों बहनो को पीछे की सीट मिलती है।अभी बैठे हुए आधा ही घंटा हुआ था।

शेरी-दीदी मुझे बाथरूम जाना है।
नम्रता-तुम पागल हो क्या। तुमको मेट्रो में बैठने से पहले मैंने कहा था ना कि बाथरूम चलते हैं तब तुम गई नहीं?

शेरी-मुझे बहुत जोर से आ रही है मैं क्या करूं दीदी जल्दी बताओ?
नम्रता-शेरी बच्चों की तरह बातें मत करो सब लोग देख रहे।

शेरी-आज निकल जाएगी मैं क्या करूं (रोने लगती है)

नम्रता कंडक्टर के पास जाती है और उससे रिक्वेस्ट करती है कि वह थोड़ी देर के लिए गाड़ी रोक दें। पर कंडक्टर नहीं मानता है।

नम्रता-भैया गाड़ी रुकवा दो मेरी बहन की तबीयत ठीक नहीं है। वह बहुत बीमार है अभी हम डॉक्टर के पास से ही आ रहे हैं।
फिर वहां बैठे दो-तीन लोग कंडक्टर को समझाते हैं। तब जाकर कंडक्टर शांत होता है।

कंडक्टर-ड्राइवर साहब  5 मिनट के लिए बस रोक दो। एक इमरजेंसी आ गई है। फिर जाकर थोड़ी ही देर में गाड़ी रुक जाती है।

नम्रता शेरी को शांत करती है।और उसको साथ लेकर बस से उतर जाती है। उसको शेरी पर बहुत गुस्सा आ रहा था। लेकिन शेरी का दिमाग काम ही नहीं कर रहा था।

क्या बस उन दोनों को छोड़ कर चली जाएगी? 
क्या वह घर नहीं पहुँच पाएगी? जानने के लिए पढ़ते रहिए 










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1 Comments

Mohammed urooj khan

18-Oct-2023 10:51 AM

👌👌👌

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